इस दौरान घर के आंगन से घंटे-घड़ियाल और शंख ध्वनी के साथ आसमान में लोबान की खुशबू महकती रहेगी। पूजा-अर्चना के दौरान तुलसी मैया और भगवान सालिग्राम को नई फसल के शाक फल का भोग लगाया जाएगा, जिसमें खास तौर पर चना भाजी, शकरकंद, सिंघाड़ा, सीताफल, अमरूद, मूंगफल्ली, पेठा आदि प्रमुख रहेंगे।
इस दौरान सुहागिन महिलाएं तुलसी माता को सुहाग की सामग्री भी भेंट करेंगी। इसके बाद बच्चों जमकर आतिशबाजी करेंगे, जिससे पूरा आसमान रंगीन धमाकों के साथ गूंजता रहेगा। एक बार फिर चारों ओर दीपावली जैसा माहौल बनता दिखाई देगा।
स्वागत हे आप सभी का.इस ब्लॉग "ज्योतिष प्रज्ञा"में.यहाँ आप पढ़ सकते हे.संकलन -वास्तु,लालकिताब,ज्योतिष,हस्तरेखा ,कर्मकांड और मंत्र-तंत्र-यन्त्र जेसे विषयों पर लेख. ""निशुल्क सलाह / परामर्श / मार्गदर्शन के लिए संपर्क नहीं करें / फोन नहीं करें.. ज्योतिष,हस्तरेखा ,कर्मकांड और मंत्र-तंत्र-यन्त्र सम्बंधित किसी तरह की जिज्ञासा/प्रश्न/सलाह/मार्गदर्शन हेतु (सशुल्क) संपर्क करें.. --धन्यवाद.. पंडित दयानंद शास्त्री-09039390067 (वाट्सअप) पर संपर्क करें.
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